कश्ती है पुरानी मगर दरिया बदल गया,
मेरी तलाश का भी तो जरिया बदल गया,
न शक्ल बदली, न ही बदला मेरा किरदार,
बस लोगों के देखने का नजरिया बदल गया।
मेरी तलाश का भी तो जरिया बदल गया,
न शक्ल बदली, न ही बदला मेरा किरदार,
बस लोगों के देखने का नजरिया बदल गया।
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